गोरखपुर, लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बुरी तरह हारने के बाद भाजपा बौखलाई हुई है और 2019 से पहले एक बार फिर धार्मिक भावनाएं भड़काकर चुनाव जीतने का प्लान बना रही है। जिसमें सबसे बड़ी भूमिका बीजेपी का आईटी सेल निभा रहा है। बीजेपी आईटी सेल चुनाव जीतने वाले सपा सांसद प्रवीण निषाद को लेकर सोशल मीडिया में अफवाह फैला रहा है कि, गोरखपुर से नवनिर्वाचित सांसद प्रवीण निषाद ने सपरिवार हिन्दू धर्म छोड़ा।
इस दावे में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है यह पूरी तरह से अफवाह है ताकि हिन्दू धर्म छोड़ने की अफवाह फैलाकर सपा सांसद के खिलाफ माहौल बनाया जा सके और 2019 में बीजेपी के लिए माहौल बनाया जा सके। सांसद पक्ष ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। सांसद ने कहा कि वह हिन्दू धर्म को मानते हैं और सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। विरोधी उनके खिलाफ अफवाह उड़ा रहे हैं।
बता दें कि एक वेबसाइट द्वारा यह खबर चलाई जा रही कि गोरखपुर के सपा सांसद प्रवीण निषाद अपने परिवार समेत बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिए हैं। कुछ घंटों पहले से चल रही इस खबर की जब सत्यता जानने की कोशिश की गई तो इस पर सांसद के मीडिया प्रभारी निक्की निषाद ने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है। वह लोग हिन्दू धर्म को मानते हैं। बौद्ध धर्म भी तो इसी धर्म का हिस्सा है।
नवनिर्वाचित सांसद ने बताया कि यह सब विरोधियों की साजिश है। वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।
बता दें कि निषाद दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद के पुत्र ई.प्रवीण निषाद गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी थे। सपा, बसपा के अलावा पीस पार्टी और निषाद दल समेत कई दलों ने उनको समर्थन दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा खाली की गई इस लोकसभा सीट पर प्रवीण निषाद ने 21 हजार से अधिक मतों से बीजेपी प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ल को हराया है।
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